Ladli Behna Yojana 29th Installment: मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए आज रविवार 12 अक्टूबर 2025 का दिन बहुत खास है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव श्योपुर जिले से लाड़ली बहना योजना की 29वीं किश्त जारी करेंगे। करीब 1.26 करोड़ महिलाओं के बैंक खातों में कुल 1541 करोड़ रुपये ट्रांसफर होंगे। हर लाड़ली बहन को इस बार 1250 रुपये मिलेंगे। ये पैसे दोपहर 1 बजे के बाद खातों में आने शुरू हो जाएंगे। कई बहनें सुबह से ही मैसेज का इंतजार कर रही हैं। ये योजना महिलाओं को घर चलाने में मदद करती है, और आज दिवाली से पहले ये पैसे त्योहार की रौनक बढ़ा देंगे।
कितनी राशि आएगी: 1250 या 1500 का राज
सबकी नजर इस पर टिकी है कि क्या इस किश्त में 1250 रुपये आएंगे या बढ़कर 1500 हो गए। अच्छी खबर ये है कि अभी 1250 रुपये ही मिलेंगे, लेकिन अगली किश्त से 1500 रुपये की सौगात मिलेगी। भाई दूज 23 अक्टूबर से नई राशि शुरू होगी। सीएम ने कहा है कि ये महिलाओं की आर्थिक ताकत बढ़ाने के लिए है। पहले 1000 रुपये थे, फिर 1250 हुए, अब 1500 का वादा। लाड़ली बहनें खुश हैं कि सरकार उनकी सुन रही है। ये बढ़ोतरी त्योहारों में खरीदारी आसान कर देगी।
कैसे चेक करें स्टेटस: आसान तरीका
अगर पैसे न आएं तो घबराएं नहीं। सबसे पहले अपना मोबाइल चेक करें, मैसेज आना चाहिए। नहीं आया तो वेबसाइट cmladlibahna.mp.gov.in पर जाएं। अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डालें और स्टेटस देखें। या फिर हेल्पलाइन नंबर number पर कॉल करें। कई बार बैंक में देरी हो जाती है, शाम तक इंतजार करें। योजना में नाम जुड़वाने के लिए जिला कार्यालय जाएं। ये सब फ्री है, कोई फीस नहीं लगती।
योजना की खास बातें: एक नजर
लाड़ली बहना योजना 2023 में शुरू हुई थी। इसका मकसद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। हर महीने पैसे देकर सरकार घरेलू खर्च उठाने में मदद करती है। अब तक 28 किश्तें आ चुकी हैं। कुल मिलाकर 1 करोड़ से ज्यादा महिलाएं फायदा ले रही हैं। लेकिन कुछ शर्तें हैं, जैसे उम्र 21 से 60 साल, मध्य प्रदेश की रहने वाली हों।
नीचे एक छोटी टेबल में योजना की मुख्य शर्तें देखिए:
शर्त | विवरण |
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उम्र | 21 से 60 साल |
निवास | मध्य प्रदेश की मूल निवासी |
बैंक खाता | आधार से लिंक होना जरूरी |
आय | सालाना 2.5 लाख से कम |
किश्त राशि (अभी) | 1250 रुपये प्रति माह |
ये शर्तें पूरी करने पर ही पैसे मिलते हैं।
महिलाओं की जिंदगी में बदलाव: बहनों की कहानी
लाड़ली बहना योजना ने कई घरों की तस्वीर बदल दी। भोपाल की राधा कहती हैं, “पहले महीने के आखिर में पैसे की तंगी रहती थी, अब 1250 रुपये से बच्चों की फीस और राशन हो जाता है।” इंदौर की सुनीता बोलीं, “ये पैसे से हम छोटा बिजनेस शुरू किया, सिलाई का काम।” सरकार का कहना है कि ये योजना महिलाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा पर भी असर डाल रही है। अब 1500 रुपये से और मजा आएगा। बहनें कह रही हैं कि सीएम भैया का ये तोहफा दिवाली की दीवाली बना देगा।
आगे क्या: अगली किश्त का प्लान
अगले महीने 23 अक्टूबर से 1500 रुपये वाली किश्त शुरू। भाई दूज पर ये पैसे भेजे जाएंगे। कुल मिलाकर साल में 18,000 रुपये मिलेंगे। सरकार ने कहा है कि योजना को और मजबूत किया जाएगा। अगर नाम कट गया हो तो अपील करें। जागरूकता कैंप लग रहे हैं। लाड़ली बहनें अब ज्यादा आत्मविश्वास से चल रही हैं। ये योजना मध्य प्रदेश की शान बनी हुई है।
सरकार की प्रतिबद्धता: महिलाओं का सम्मान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, “लाड़ली बहनें हमारा परिवार हैं। उनका सशक्तिकरण हमारा लक्ष्य है।” योजना से ग्रामीण इलाकों में भी बदलाव आया है। पहले महिलाएं घर से बाहर कम निकलती थीं, अब वे पंचायतों में हिस्सा ले रही हैं। ये पैसे सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि सम्मान की बात है। आने वाले दिनों में और सुविधाएं जुड़ेंगी, जैसे स्वास्थ्य बीमा। लाड़ली बहनें तैयार रहें, खुशियां बरसने वाली हैं।